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मोक्ष क्या है, क्या आत्मा होती है"?

 "मोक्ष क्या है, क्या आत्मा होती है"?



हमारे पूर्वजो या हमारे ग्रंथो के हिसाब से मोक्ष का मतलब है जीने मरने से मुक्ति, अब मैं आप लोगो से एक सवाल करना चाहूंगा क्या आत्मा सोच समझ सकती है, इसका जवाब होगा नहीं, क्योंकि सब जानते हैं दिमाग हमारे शरीर का हिस्सा है आत्मा का नहीं, अगर आत्मा के पास दिमाग होता है तो उस हिसाब से तो हर जानवर समझदार होता, अब बात करते हैं क्या इंसान की आत्मा ही दुसरे जानवर के भी शरीर में जाती है, इसका भी जवाब है नहीं, हर जीव अपनी लाइफ में खुश भी है और दुखी भी, अगर इंसान की आत्मा ही पाप भोगने दुसरे जीव के शरीर में जाती है तो हर जीव एक सम्मान होना चाहिए था, क्योंकि वो आत्मा तो पाप भोगने गई है उस जीव में, पर ऐसा नहीं है कोई कुत्ता बडे बड़े महलो मे रहते हैं और कोई सड़को पर, कोई शेर जंगल का राजा तो कोई सर्कस का कार्टून, और दुसरी वजह अगर इंसान की आत्मा दुसरे जीवो में जा कर अपने पाप भोग कर आ चुकी है, तो फ़िर हर बच्चा पैदा ही अंबानी क्यू नहीं होता, हर बच्चा पैदा ही पूर्ण रूप से स्वस्थ क्यों नहीं होता है क्यों कोई लूला लंगड़ा पैदा होता है, कभी किसी ने सोचा है की किसी जीव को मारते हैं तो वो बचने की कोशिश क्यों करता है, क्यों खुश नहीं होता की में जल्दी से मरूंगा तो मानव के शरीर में जाउंगा, हर जीव अपने जीवन में ही खुश है, अगर जानवर की भाषा हम समझ पाते तो वो पक्का यही बोलते की मानव से ज्‍यादा सुखी तो हम ही हैं, और मानव के जीवन में भी सुख और दुख दोनो आते हैं, ये सब बातो से साफ है की आत्मा दुसरे किसी जीव के अंदर पाप भोगने नहीं जाती, और हमारे ग्रंथो में ये भी बोला गया है की आत्मा कुछ महसूस नहीं कर सकती, वो सुख दुख, हंसी खुशी कुछ अनुभव नहीं कर सकती, तो जब आत्मा को कुछ महसूस ही नहीं होता, तो मोक्ष का कोई वजुद ही नहीं बनता, जैसे एक कुर्सी तब तक ही काम की है जब तक उस पर कोई बैठ रहा है, वरना एक जगह पे उसके पडे रहना का कोई अस्तित्व ही नहीं है, तो आत्मा को मोक्ष मिलना मतलब उसका भी अस्तित्व खतम, हर जीव की किमत तब तक है जब वो धरती पर जी रहा है, और सब से बड़ी बात ये है कि आत्मा नाम की कोई चीज़ है ही नही, इंसान का शरीर प्रकृति से पैदा होता है और आखिर में प्रकृति में खतम हो जाता है, उसकी आत्मा कहीं ऊपर चली जाती है, या किसी और शरीर में चली जाती है ये बात अस्त्य है,सत्य सिर्फ आपका वर्तमान है जो आप जी रहे हैं, न भूतकाल में कुछ था और न भविष्य में कूछ होगा.........🙏🙏🙏🙏


 नोट :- जो भी इसके बारे में मुझसे कोई सवाल करना चाहता है मुझे कमेंट कर सकता है


                                   ( By Shivam chawla )

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