⚡ *पेरियार ने पत्नी का ह्रदय परिवर्तन किया !*💫
तमिलनाडू के क्रांतीकारी महामानव *पेरियार रामास्वामी नायकर* का विवाह होने के पश्चात जब उनकी पत्नी *नागम्मई* दुल्हन बनकर ससुराल आई, तो उन के सामने दो संस्कृतियों का संगम था! अन्धविश्वास की सौगात उन्हे नैहर और ससुराल में विरासत के रुप में मिली थी।
👱♀ अपने पति का धर्म के प्रति चिंतन ने उन्हें भी सोचने पर बाध्य कर दिया । वे दो पाटो में पिसी जा रही थी। 🙇♀
👉 दशहरा जैसे जुलूशों पर जब भारत की जनता ताजियों की तरह *रावण* के पुतले हिन्दू धर्म के अनुसार दफनाते या जलाते थे तो पेरियार *राम* का पुतला जलाते थे। 👊
🤦🏻♀ माता नागम्मई को प्रारम्भ में यह देखकर बहुत बुरा लगता था पर पेरियार जब अपनी पत्नी को समझाते कि अगर...
➡ *हम तुम्हे गर्भावस्था में जंगल में छोड़ दे तो क्या तुम फिर भी हमारी ही पूजा करोगी?*
➡ *अगर हम तुम्हे जुए के दांव पर लगा कर हार जाये तो क्या तुम फिर भी हमे धर्मराज कहोगी?*
➡ *अगर हमारे पांच भाई होते और तुम उन सब की बारी बारी से पत्नी बनती, तो क्या तुम्हें गीता पर अडिग विश्वास रहता?*
➡ *मैं अगर दशरथ या भीष्म की तरह किसी ऋषि के पास गर्भाधान के लिये तुम्हे ले चलता, तो क्या तुम फिर भी हिन्दू धर्म को ही महान कहती?*
➡ *अगर कृष्ण की तरह अपनी पत्नी 'रुक्मणी' के होते हुए, उसने राधा के साथ प्रेम प्रसंग बनाए रखे, तो क्या तुम कृष्ण जेसे दुष्चरित्र की जन्माष्टमी मनाती l*
➡ माता नागम्मई के पास पेरियार के इन प्रश्नों का कोई उत्तर नही था । अपने तर्कों द्वारा पेरियार ने उनके ह्रदय को परिवर्तित कर दिया था ! 👌
🎤 और एक *हम है जो घर के बाहर बडे - बडे भाषण देते है, और घर में परिवर्तन नही ला सकते!*
कहते है की पत्नी नही सुनती!!
क्यों की हम पेरियार नही बनना चाहते!!!
*पेरियार बन कर देखो, आपकी पत्नी का भी ह्रदय परिवर्तन अवश्य होगा!!!!*
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