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Showing posts from March, 2020

होली : अश्लीलता का सामाजीकरण

होलिका शहादत दिवस पर शत् शत् नमन 🌹🙏🙏🌹 होली  : अश्लीलता का सामाजीकरण 1. होली हिन्दुओं के मुख्य त्योहारों में से एक हैl 2. रंग, राख, अबीर, कीचड़, गोबर, पेंट आदि में साराबोर हो कर उतेजक और अश्लील गीतों के साथ  प्रत्येक वर्ग के हिन्दू स्त्री-पुरुष इस त्योहार के जश्न में दिनभर डूबे रहतें हैंl 3.  इस दिन छेड़छाड़, फब्तियां, अश्लील टिप्पणियाँ सब जायज मन जाता हैंl कुछ ऐसे सबंध हैं जैसे जीजा-साली, देवर-भाभी, ननदोई-सरहजिन आदि के बीच हँसी-ठिठोली और रंग-गुलाल का प्रयोग तो सभी समाजिक हदें पार कर जाते हैंl 4. उस दिन हिन्दू यूवतीयाँ अपने ही घर में असुरक्षित महसूस करती हैंl कुछ स्त्रियाँ तो परम्परा के नाम पर इसे अनिच्छापूर्वक सहन करती हैं परन्तु कुछ महिलाएं इसे बुरा नहीं मानती यही आर्य प्रवृति हैl 5. क्योंकि एक ओर तो छेड़छाड का समाजीकरण दुसरे तरफ नशीले पदार्थों का खुल्मखुल्ला उपयोग l 6.  होली के गीतों (फागुआ) में खुल्मखुल्ला भड़काऊ और अश्लील शब्दों का प्रयोग भी जायज माना जाता हैl 7. इस दिन हजारों लिटर शराब, क्विंटल के क्विंटल मांस गटक दिए जाते हैंl शराब और भांग  का स...

*वीरांगना होलिका शहादत दिवस माघ पूर्णिमा* ( 1583 BC??--माघ पूर्णिमा 1563 BC?? )

(1) होलिका की वास्तविक कहानी मैं "होलिका" हूँ, वही जिसे आप हर साल जलाते हैं, और फिर जी भरकर मेरी मौत पर जश्न मनाते हैं। आज मैं आपको अपने जीवन की सच्चाई बताना चाहती हूँ कि वास्तविकता क्या है। मेरे बहुजन भाईयो, मेरा घर लखनऊ के पास हरदोई ज़िले में था। मेरे पिता का नाम कश्यप व माता का नाम दिति है। मेरे दो भाई थे राजा हिरण्याक्ष और राजा हिरण्यकश्यप। राजा हिरण्याक्ष ने आर्यों द्वारा कब्ज़ाई हुई सम्पूर्ण भूमि को जीत लिया था। यहीं से आर्यो ने षड़यंत्र रचना शुरू किया। मेरे भाई हिरण्याक्ष को आर्य वराहावतार ने धोखे से मार डाला। उसके बाद मेरे भाई राजा हिरण्यकश्यप ने अपने भाई के हत्यारों को हराकर खदेड़ दिया और वराहावतार ( विष्णु ) की पूजा पर प्रतिबन्ध लगा दिया। मेरे भाई हिरण्यकश्यप का एक पुत्र था प्रह्लाद। विष्णु ने नारद नामक आर्य से जासूसी कराकर प्रह्लाद को गुमराह किया। प्रह्लाद विष्णु से मिल गया तथा दुर्व्यसनों में पड़कर पूरी तरह आर्यों की शरण गया। सुधार के तमाम प्रयास विफ़ल हो जाने पर राजा ने उसे घर से निकाल दिया। अब प्रह्लाद आर्यो की मण्डली के साथ रहने लगा। परंतु मेरा ...